हेलो दोस्तों आज हम इस पोस्ट में जानेंगे कि गुरुत्वाकर्षण बल क्या है हम आसान शब्दों में समझने का प्रयास करेंगे गुरुत्वाकर्षण बल के बारे में कि गुरुत्वाकर्षण क्या और साथ ही साथ हम इसका सूत्र भी जानेंगे कि गुरुत्वाकर्षण बल का क्या फार्मूला है आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ें आपको गुरुत्वाकर्षण बल के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी और आपको याद भी हो जाएगा कि गुरुत्वाकर्षण बल क्या है
हम दोस्तों इस पोस्ट में गुरुत्वाकर्षण बल क्या है गुरुत्वाकर्षण बल की परिभाषा क्या है गुरुत्वाकर्षण बल का सूत्र क्या है गुरुत्वाकर्षण बल के प्रमुख गुण क्या है इन सभी चीजों पर समझाएंगे |
Gravitational Force गुरुत्वाकर्षण बल (क्या है )
गुरुत्वाकर्षण बल किन्ही दो पिंडों के बीच उनके द्रव्यमानो के कारण लगने वाला आकर्षण बल है ब्रह्मांड में स्थित प्रत्येक पिंड अन्य दूसरे पिंड पर गुरुत्वाकर्षण बल लगाता है
न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण के नियम अनुसार
किन्ही दो पिंडों के बीच कार्यरत गुरुत्वाकर्षण बल उनके द्रव्यमान के गुणनफल के अनुक्रमानुपाती तथा उनके बीच की दूरी के वर्ग केव्युत्क्रमानुपाती होता है |

Gravitational Force Formula गुरुत्वाकर्षण बल का सूत्र
यदि m1 तथा m2 द्रव्यमान के दो पिंड परस्पर और दूरी पर स्थित हूं और उनके बीच कार्यरत गुरुत्वाकर्षण बल
F=Gm1m2/r2
अथवा
F=Gm1m2/r2

Gravitational Force Formula गुरुत्वाकर्षण बल का सूत्र
जहाजी सार्वत्रिक गुरुत्वाकर्षण नियतांक है | इसका मान 6.67
न्यूटन मीटर 2/ किलोग्राम 2 है |
गुरुत्वाकर्षण बल प्रकृति में पाया जाने वाला दुर्बल तम बल ( weakest force) है, परंतु जब वस्तु के द्रव्यमान काफी अधिक होते हैं, तो यह पल अत्याधिक प्रभावित हो जाता है | इसी बल के कारण सभी ग्रह सूर्य के पारित प्रकृति तथा कृत्रिम उपग्रह ग्रहों के पारित परिक्रमण करते हैं |
गुरुत्वाकर्षण बल के प्रमुख गुण
- गुरुत्वाकर्षण बल एक सर्वत्रिक बल है जो ब्रह्मांड में प्रत्येक दो वस्तु के बीच कार्य करता है|
- गुरुत्वाकर्षण बल एक दीर्घ परास बल है|
- गुरुत्वाकर्षण बल एक केंद्रीय बल है अतः एक संरक्षी बल ( conservativev force भी है |
- दो पिंडों के बीच गुरुत्वाकर्षण बल क्रिया एवं प्रतिक्रिया युग्म बनाता है , अर्थात यह बल परिमाण मैं समान तथा दिशा में वितरित होते हैं
- गुरुत्वाकर्षण बल प्रकृति में पाया जाने वाला दुर्बल तम बल है |
- दो पिंडों के बीच कार्यरत गुरुत्वाकर्षण बल का मान, उनके बीच के माध्यम पर तथा अन्य पिंडों की उपस्थिति पर निर्भर नहीं करता है |
- यह बल आकर्षण प्रकृति के होते हैं तथा व्युत्क्रम वर्ग के नियम का पालन करते हैं |
संरक्षी बल Conservative Force
संरक्षी बल क्या है
यदि किसी बल द्वारा अथवा उसके विरुद्ध किया गया कार्य वस्तु की केबल प्रारंभिक एवं अंतिम अवस्थाओं पर निर्भर करता है, उनके बीच के पथ पर नहीं तो वह बल संरक्षी बल कहलाता है|
गौतम आकर्षण बल विद्युत बल चुंबकीय बल आदि संरक्षी बल है |
असंरक्षी बल ( Non – Conservative )
यदि किसी बल द्वारा अथवा उसके विरुद्ध किया गया कार्य वस्तु की प्रारंभिक एवं अंतिम अवस्थाओं के साथ-साथ उनके बीच के पद पर भी निर्भर करता है, तो वह बल असंरक्षी बल कहलाता है |